उत्तर प्रदेश मेरठ जिले के मवाना की घटना से
नाराज मुख्यमंत्री ने सभी दोषियों पर कार्यवाही के आदेश दिए है साथ ही मृतक किसान
को दूसरी जगह पट्टा करने का आदेश भी दिया है |
अधिकारियों ने
किसान को फसल काटने का नही दिया मौका :
मवाना में अफसरों की संवेदन हीनता यही से उजागर
होती है की किसान रोता रहा और अफसरों ने उसकी फसल को रौंद दिया किसान अफसरों के
सामने फसल काट लेने का मौका देने की बात कहता रहा लेकिन अधिकारियों के दिल नही
पसीजे .
मवाना, हस्तिनापुर
में लाखों बीघा सरकारी जमीन पर कब्जा खादर की जमीन अफसर, माफिया, नेता
के चंगुल में फंसी :
मवाना, हस्तिनापुर के दो
दर्जन से अधिक गांवों की जमीन पर सरकारी अफसर ,नेता और भूमाफिया कब्ज़ा किये हुये
है जिसको गांव के रहने वाले किसानों को बटाई पे उठा देते है मुख्यमंत्री के आदेश से अफसरों में खलबली मची हुयी है |
आईये जानते
है क्या है पूरा मामला:
ये पूरा मामला मेरठ जिले
के मवाना तहसील का है जहा पर हस्तिनापुर थाना क्षेत्र के ग्राम अलीपुर मोरना निवासी किसान ने 5 जनवरी
शुक्रवार को तहसील मवाना पहुच कर खुद को आग लगा ली जब तक लोग य अधिकारी कुछ समज
पाते किसान का शारीर धू धू कर के जलने लगा चारों तरफ अफरा तफरी का माहौल हो गया
किसान को जलता देख अधिकारियों के हाथ पैर फूल गये |
जब तक लोगों ने आग को
बुझाया तब तक किसान 70 फीसद तक झुलस चुका था आनन फानन में लोगों ने सामुदायिक
स्वास्थकेंद्र में भर्ती कराया लेकिन हालत ज्यादा गम्भीर होने पर मेडिकल कालेज
रिफर कर दिया गया
किसान
के आत्मदाह करने का कारण :
SP-देहात कमलेश बहादुर के
अनुशार मेरठ जिले की वन विभाग की टीम आस पास के गावों में आने वाली अपनी जमीन को खाली करवा रहा था वन
विभाग की इस कार्यवाही का विरोध अलीपुर
मोरना गांव के रहने वाले किसान जगबीर कर रहे थे जगबीर का कहना था की वो सालों से
इस जमीन पर खेती कर रहे है लेकिन वन विभाग की टीम उस जमीन को अपनी जमीन बता रहा था
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किसान
के पुत्र धनपाल ने लगाया गंभीर आरोप :
किसान जगबीर के पुत्र
धनपाल ने तहसील के और वन विभाग के अधिकारियों पर बहुत गंभीर आरोप लगाये है धनपाल
का कहना है की वन विभाग की टीम ने तीन हेक्टेयर जमीन पर खड़ी गेंहू की फसल को नस्ट
कर दिया |
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