Mukhtar Ansari News :
कल देर शाम माफिया मुख़्तार अंसारी की दिल का
दौरा पड़ने से मौत हो गयी पूर्वांचल में खौफ का पर्याय रहे मुख्तार अंसारी को हार्ट
अटैक आया था उसके बाद उसे रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज में भर्ती करवाया गया था
लेकिन उपचार के दौरान उसकी मौत हो गयी |
इलाज के लिए 9 चिकित्सकों की टीम लगायी गयी :
मेडिकल कालेज के प्राचार्य ने बताया की मुख्तार
अंसारी को ICU में शिफ्ट किया गया था 9 सीनियर डांक्टरो की टीम इलाज कर रही थी
माफिया मुख़्तार अंसारी को जब बांदा जेल से लाया गया था तो वह बेहोशी की हालत में
था |
पूरे प्रदेश में अलर्ट :
कानून व्यवस्था को देखते हुये पूरे प्रदेश में
अलर्ट घोषित किया गया कई शहरों में पुलिस के जवानों ने फ्लैग मार्च किया प्रदेश के
मुख्यमंत्री ने मीटिंग बुलाकर सभी उच्चअधिकारियों को दिशा निर्देश दिये है सोशल
मीडिया पर लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की बात कही गयी है सोशल मीडिया पर
विशेष नजर रखी जा रही है अगर किसी ने भी माहौल ख़राब करने की कोशिश की तो उसके
खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी |
2005 से जेल में था मुख्तार अंसारी :
माफिया मुख्तार अंसारी 2005 से जेल में बंद था
पुलिस रिकॉर्ड में उसके गैंग को 191 नंबर दिया गया था पुलिस लगातार उसके गैंग के
खिलाफ कार्यवाही कर रही थी उसके गैंग के जितने सदस्य थे उनके सबके खिलाफ केस दर्ज
किया गया था पहली बार माफिया मुख्तार गैंग को 1997 में गाजीपुर जिले में दर्ज किया
गया था मुख्तार अंसारी पर कई केस दर्ज थे |
कृष्णानन्द राय हत्याकांड :
पुलिस ने शिकंजा कसना तब शुरु किया जब मुख्तार
अंसारी का नाम भाजपा विधायक कृष्णानन्द राय हत्याकांड में आया 29 नवम्बर 2005 को
भाजपा विधायक एक क्रिकेट मैच का उद्घाटन करके आ रहे थे तभी घात लगाये बैठे हमलावरों
ने AK-47 से ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी करीब 500 राऊंड की फायरिंग हुयी जिसमे कृष्णानन्द
राय सहित 7 लोग मारे गये जिसमे कृष्णानन्द राय का सरकारी गनर भी था बस यही से से
मुख़्तार अंसारी का पतन सुरु हो गया पुलिस ने मुख्तार और उसके गुर्गो पर कई मुकदमे
दर्ज किये |
मऊ दंगे : खुली जीप में हथियार लेके निकला
2005 में मऊ में दंगे भड़के और उसको ज्यादा
भड़काने का काम किया माफिया मुख्तार अंसारी ने मुख्तार अंसारी की दबंगई का आलम ये
था की वो अपने गुर्गो के साथ खुली जीप में हथियार लेके रोड पे निकल पड़ा पूरे शहर
में दूकानों को आग के हवाले कर दिया गया पूरा शहर जल रहा था |
मऊ में हुए दंगो की वजह :
मऊ में दंगो वजह ये थी की भरत मिलाप कार्यक्रम
का मंचन हो रहा था भरत मिलाप वहा हर साल की भाति 2005 में भी मनाया जा रहा था भोर
के पहर नजदीक मदरसे से निकले युवको ने माईक का तार नोचं दिया आयोजकों ने इसकी
सूचना पुलिस को दी पुलिस ने दो युवको को गिरफ्तार करके थाने में बिठा लिया लेकिन
मुख्तार ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके उनको छुड़वा दिया आयोजकों को जब ये बात
पता चली तो उन्होंने रामलीला ना करवाने का फैसला किया वही पास संस्कृत स्कूल था
जिसको की एक धर्म विशेष की भीड़ ने घेर लिया पास में ही एक हिन्दू नेता थे अजीत
सिंह चंदेल मुस्लिम समुदाय के लोगों ने उनके घर को भी घेर लिया अजीत सिंह ने जब
अपने परिवार की जान खतरे में देखी तो उन्होंने फायरिंग कर दी बस यही से दंगे भड़क गये
उसके बाद हिन्दू समुदाय की दुकानों को आग लगा दी गयी चारों तरफ सिर्फ जली हुयी दुकाने
और धुआ था इन दंगो में करीब 15 से ज्यदा लोगों की जाने गयी और पूरे शहर में एक
महीने से ज्यादा कर्फू लगाना पड़ा |