वैसे तो आप लोगों ने बहुत सारी क्राइम स्टोरी
सुनी होगी लेकिन जो स्टोरी हम आपको बतायेंगे वो कुछ अलग है कहानी में ये तो पता चल
गया की कानून के हाथ लंबे होते है लेकिन इसमे एक चीज रह गयी जिसको जानने के लिए
आपको पूरी कहानी पढनी पड़ेगी |
Dawood Bandu Khan इनकी कहानी कुछ ऐसी है की इनको एक 17 वर्षीय लड़की से प्यार हो जाता है जैसा की मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है लेकिन नाबालिक की मां ने दाऊद बंदू खान पर बलात्कार का आरोप लगाया दाऊद बंदू खान को जेल भी हुयी
1984 में दर्ज हुआ था मामला :
Dawood Bandu Khan पर मुम्बई पुलिस ने 1984
में रेप का मामला दर्ज किया था बंदू खां पर नाबालिक लड़की की मां ने पुलिस स्टेशन
में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी हलाकि बाद में बंदू खां बेल पे बहार आ गया और अपने
परिवार के साथ रहने लगा एक दो तारीखों में हाजिर होने के बाद बंदू खां अचानक से
गायब हो गया कोर्ट के बुलाने के बावजूद बंदू खा हाजिर नही हुआ |
कोर्ट ने घोषित किया भगोड़ा :
फ़ॉकलैंड रोड पर बंदू खान
का घर था , लेकिन वहा दबिश
देने के बाद भी उसका कुछ पता नहीं चला DB मार्ग पुलिस
स्टेशन में इस मामले की जाँच चल रही थी पुलिस ने कई बार दबिश दी लेकिन बंदू खां
पकड़ में नहीं आया |
बंदू खा ने अपनी जमीन जायजाद बेंच कर कही दूर बस जाने की प्लानिंग की थी बंदू खा को जब जेल हुयी थी तब उसकी उम्र लगभग 30 साल थी जमानत के बाद जब वह जेल से बहार आया तो सबसे पहले उसने उस लड़की से संपर्क किया संपर्क करने के बाद दोनों ने शादी कर ली लड़की की मां ने ऐतराज़ किया लेकिन दोनों शादी करने के बाद मुम्बई से फरार हो गये |
Agra में बनाया अपना आसियाना :
बंदू खां को ये लगता था
की लड़की अब बालिग हो गयी है जब दोनों कोर्ट में जायेंगे ही नही तो केस ख़त्म हो
जायेगा बंदू खां आराम से रहने लगा लेकिन पुलिस उसकी तलाश में लगी रही और खोजती रही
|
Dawood Bandu
Khan : आगरा में ही छोटा मोटा काम करने लगा धीरे धीरे समय बीतता जा रहा था दोनों
से बच्चे भी हुये इधर कुछ सालों बाद लड़की की मां खत्म हो जाती है लेकिन बंदू खां मुंबई
नही जाता है |
2024 20 मई :
चुनाव होने वाले थे आचार
सहिता लागू थी मुम्बई पुलिस सभी जितने भी फरार मुजरिम थे उनको पकड़ने में जुटी थी
इसी कड़ी में जोन-2 के पुलिस उपायुक्त मोहित कुमार गर्ग ने भी अपने सभी थाने के रिकॉर्ड
में दर्ज वांटेड का पता लगाने और उन्हें पकड़ने के लिए अभियान चला रखा था |
डीबी मार्ग पुलिस स्टेशन से मगवायी गयी लिस्ट :
पुलिस उपायुक्त मोहित
कुमार गर्ग डीबी मार्ग पुलिस स्टेशन से फरार मुजरिमों की सूची मगवाते है उसमे बंदू
खां की फाइल पर नजर पड़ती है जिसमे बंदू खां के ऊपर अपहरण और रेप का मुकदमा दर्ज
होता है और वह फरार होता है अब पुलिस एक बार फिर से बंदू खा की तलाश में लग जाती
है पुलिस आस पास पता करती है तो ये सुराग लगता है की बंदू खा उत्तर भारत में कही
रहने लगा है उत्तर भारत में बंदू खा को तलाश करना भूसे में सुई खोजने जैसा था |
एक कांस्टेबल ने लगाया सुराग :
बंदू खां के बारे में पता
लागने के लिये विनोद राणे को लगया गया जो मुम्बई पुलिस में कांस्टेबल पद पर तैनात
थे विनोद राणे आस पास सुराग लगाने में लग जाते है बंदू खां के जितने भी लोग संपर्क
में थे उनसे पता लगया जाता है इसी बीच विनोद राणे को मुखबिर सूचना देता है की बंदू
खां आगरा में रह रहा है इतनी अहम जानकारी मिलने के बाद मुंबई पुलिस टीम आगरा
पहुचती है और बंदू खां के घर की निगरानी करने लगती है आखिरकार बंदू खां पकड़ा जाता
है और मुम्बई पुलिस ट्रांजिट रिमांड
पर मुंबई लाती है |
Dawood Bandu Khan :
इन्ही सालों में बंदू खां की पत्नी भी ख़त्म हो जाती है उसके
परिवार में कोई नहीं बचा था जो ये साबित कर सके की बंदू खां ने शादी कर ली थी और उनका समझौता भी
हो गया था , कोर्ट में केस चल रहा था और बंदू खा फरार था बंदू खां की पत्नी और पत्नी की
मां दोनों खत्म हो चुकी थी इस लिए कोर्ट में साबित ही नहीं हो सका की बंदू खा ने कभी
शादी भी की थी और इस तरह से बंदू खां को जेल भेज दिया गया |
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