आज बात करेंगे एक 22
वर्षीय एयरहोस्टेज की जिसने अपहरण किये विमान में से 360 यात्रियों को बहार निकला
और खुद वीरगति को प्राप्त हो गयी |
Neerja Bhanot :
कराची से न्यूयार्क जाने
वाला विमान जब हाईजैक हुआ तो नीरजा भनोत विमान का इमरजेंसी दरवाजा खोलकर 360
यात्रियों को बहार निकाल दिया और खुद आतंकवादियों की गोलियों का शिकार हो गयी |
आईये जानते है कौन थी नीरजा भनोत :
नीरजा चंडीगढ़ की रहने
वाली थी उनका जन्म 7 सितंबर 1963 को हुआ था वह शुरू से ही बहुत बहादुर थी उनका
बचपन से ही सपना था की वो कुछ ऐसा करे जिससे सारे देश में उनकी पहचान हो नीरजा
भनोत की शादी 1985 में हुयी थी लेकिन शादी ज्यादा दिनों तक चल नहीं सकी अक्सर पति
से विवाद होने की वजह से नीरजा भनोत अमेरिका में रहने लगी अमेरिका में नीरजा ने
PAN AM कम्पनी में एयरहोस्टेज की नौकरी कर ली |
5 सितंबर 1986, PAN AM 73 फ्लाइट ने मुंबई से उड़ान भरी :
5 सितंबर 1986 को PAN AM –
73 मुंबई से कराची के लिए उडान भरी विमान को कराची से होते हुये न्यूयार्क जाना था
फ्लाइट जिन्ना एयरपोर्ट पर लैंड करती है वहा पर यात्री सवार होते है विमान उडान के
लिए तैयार था तभी चार आतंकवादी हथियारों से लैस विमान के अन्दर आते है ये सब इतनी
जल्दी हुआ की कोई भी यात्री कुछ समज ही नहीं पाया यात्री ये तक नहीं जान पाए की की
विमान हाईजैक हो गया है विमान में 360 यात्री और क्रू मेम्बर सहित 379 लोग सवार थे
आतंकियों के विमान में दाखिल होते ही पायलट और सह पायलट भाग गये अब विमान में
सीनियर क्रू नीरजा ही थी |
आतंकवादियों ने यात्रियों के मांगे पासपोर्ट :
नीरजा भनोत के पास भी
भागने का मौका था लेकिन वो नही भागी आतंकवादियों ने नीरजा से सभी यात्रियों के
पासपोर्ट लेने को कहा आतंकवादी अमेरिकी नागरिको को तलाश कर रहे थे नीरजा
आतंकवादियो की मंशा भाप जाती है नीरजा ने सभी अमेरिकी नागरिको के पासपोर्ट छिपा
दिए और बाकी के बचे पासपोर्ट आतंकवादियों को पकड़ा दिए |
आतंकियों को आया गुस्सा :
आतंकवादियों ने जब ये
देखा की विमान में कोई भी अमेरिकी नागरिक नहीं है तो आतंकवादियों को गुस्सा आ गया आतंकियों
ने विमान को 17 घंटे तक हाईजैक रखा विमान में बच्चे भी थे जिनकी तबियत लगतार बिगड़ती
जा रही थी नीरजा भनोत बच्चो को लेके इमरजेंसी डोर तरफ जाने लगी तभी आतंकवादियों ने
बच्चो की तरफ बन्दूक तान दी नीरजा ने उनकी तरफ पीठ कर दी एक आतंकी ने गोली चला दी
गोली नीरजा की पीठ में लगी लेकिन नीरजा ने इमरजेंसी डोर खोल दिया नीरजा बुरी तरह
से घायल हो गयी थी |
घायल होने के बाद भी यात्रियों को निकला बहार :
नीरजा भनोत बुरी तरह घायल
हो गयी थी लेकिन उन्होंने सबको बहार निकाल दिया आतंकियों ने गोली बारी शुरू कर दी
जिसमे 100 से अधिक यात्री घायल हो गये जिसमे से 15 यात्रियों की मौत हो गयी इस
भगदड़ में सभी आतंकी फरार हो गये फरार आतंकियों पर बाद में FBI ने इनाम भी घोषित
किया लेकिन वो कभी भी पकड़ में नहीं आये |
भारत सरकार ने दिया सम्मान :
नीरजा भनोत की इस बहादुरी
के लिए नीरजा को भारत सरकार ने उन्हें मरणोपरांत सर्वोच्च शांति पुरस्कार अशेाक
चक्र से सममानित किया.बाद में अमेरिकी सरकार ने भी नीरजा भनोत को सम्मानित किया .