Iraq Child Marriage Act :
इराक का नाम सुनते ही जेहन में सद्दाम हुसैन का
नाम हम सभी को जरूर याद आता है सद्दाम हुसैन के बारे में कहा जाता था की वो अपने
किसी भी दुश्मन को छोड़ता नहीं था |
इराक के चाइल्ड मैरिज(Child Marriage) एक्ट को
जानने से पहले सद्दाम हुसैन के बारे में जान लेते है |
Saddam Hussein:
सद्दाम हुसैन का पूरा नाम सद्दाम हुसैन
अब्द अल-माजिद अल-तिक्रिती था सद्दाम हुसैन का जन्म 19 अप्रैल 1937 को इराक के एक छोटे से गांव में हुआ था सद्दाम हुसैन शुरू से
ही महत्वाकांक्षी था इसी का नतीजा ये था की उसने 31 वर्ष की उम्र में जर्नल अहमद अल बक्र के साथ मिलकर इराक की
इराक की सत्ता हासिल कर 1979 में वह खुद इराक का राष्ट्रपति बन गया |
सद्दाम हुसैन ने आते ही सबसे सबसे पहले ईरान को
अपना निशाना बनाया और युद्द शुरू कर दिया इराक –ईरान युद्द 8 साल चला जिसमे 10 लाख
लोग मारे गए इस युद्द में लाखों लोग तो मारे ही गए साथ में ईरान को बहुत बड़ी
आर्थिक क्षति उठानी पड़ी |
ईरान का युद्द में साथ दे रहे कुर्द विद्रोहियों
के खिलाफ भी सद्दाम हुसैन ने युद्द छेड़ दिया जिसमे बहुत ज्यादा नरसंघार हुआ |
कुवैत (Kuwait) के खिलाफ छेड़ा युद्द :
कभी सद्दाम हुसैन के सहयोगी रहे कुवैत पर सद्दाम
हुसैन ने ये आरोप लगया की कुवैत तिरछा ड्रिल करके उसके तेल भंडार का खनन कर रहा है
और कुवैत के खिलाफ युद्द छेड़ देता है सद्दाम हुसैन ने शियाओं और कुर्द विरोधियों
का विद्रोह कुचल दिया कुर्द और शिया सद्दाम हुसैन के खिलाफ स्वत्रंत्रता की लडाई
लड़ रहे थे सद्दाम हुसैन के इस फैसले से अमेरिका नाराज हो गया |
2003 में अमेरिका और उसके सहयोगी गठबंधन ने किया इराक पर हमला :
2003 में अमेरिका ने ये कहा की सद्दाम हुसैन
जैविक हथियार बना रहा है जोकि पूरी दुनिया के लिए खतरा है इसी को आधार बनाते हुए
अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने इराक पर हमला बोल दिया और सद्दाम की बाथ पार्टी
को प्रतिबंधित कर दिया सद्दाम हुसैन अपने गुप्त ठिकाने में छुप गया लेकिन अमेरिकी
फौज ने उसे ढूढ लिया 13 दिसंबर 2003 को सद्दाम को पकड़ा गया और उस पर 1986 में हुए
दुजैल नरसंघार का दोषी पाया गया इराक की उपरी अदालत ने सद्दाम हुसैन को मौत की सजा
सुनायी सद्दाम हुसैन को 30 दिसंबर 2006 को जल्दी सुबह फांसी पे लटका दिया गया इस
तरह से एक तानाशाह का अंत हो गया तो ये तो थी कहानी सद्दाम हुसैन की अब आते इराक
के उस कानून पर जिस से पूरी दुनिया हैरान है |
बाल विवाह कानून (Child Marriage Act ):
पूरी दुनिया जहा बाल विवाह पर शक्त है वही इराक
ने एक नये विवाद को जन्म दे दिया इराक ने लड़कियों की शादी की उम्र घटा कर 9 साल कर
दी है इराक में पहले लड़कियों की शादी की उम्र 18 साल थी जिसे अब 9 साल कर दिया गया
है |
शिया पार्टियों ने कानून संख्या 188 के संसोधन पर दिया जोर :
इराक की कई शिया पार्टियों ने कानून संख्या 188
को संसोधन करने का प्रस्ताव रखा है यह प्रस्ताव बाल विवाह का मार्ग खोल देगा जहा
पूरी विश्व बिरादरी बाल विवाह जैसी कुरीत को रोकने में जुटी है वही इराक इसे वैध
बना रहा है इराक के इस फैसले से वहा पर महिलओं में काफी आक्रोश है |
1959 में में बना था कानून :
इराक में 1959 में कासिम की अगुआई वाली सरकार ने
यह कानून बनाया था अब्दुल करीम कासिम एक वामपंथी नेता थे उन्होंने ने ही 188
संख्या कानून पारित किया था कासिम वो पहले नेता थे जिन्होंने मुस्लिम महिलओं की
प्रगति के बारे में सोचा उन्होंने मुस्लिम महिलओं के सुधार में कई योगदान दिए पश्चिम
एशिया में इसे आज भी सबसे अच्छा कानून माना जाता है |
What is Act Of -188 :
आईये आपको बताते है क्या है कानून संख्या 188 (Eraq
Marriage Act 188 ) 1959 में इस कानून को इराक के वकीलों और धर्मगुरुओं ने मिल के
बनाया था जिसे कासिम सरकार ने पारित कर दिया इस कानून में लड़कियों की शादी की उम्र
18 साल की गयी थी यह कानून दूसरी पत्नी को रखने की इजाजत नहीं देता यह कानून दूसरे
धर्म में शादी करने की इजाजत देता है यह कानून पत्नी को यह अधिकार देता है की अगर
पति पत्नी की अनदेखी करता है तो पत्नी कोर्ट में केस दायर कर सकती है |
आईये अब जानते है ड्राफ्ट बिल :
अब जो इराक की सबसे बड़ी शिया पार्टी ने ड्राफ्ट
पेश किया है इसमे शादी को एक कॉन्ट्रैक्ट माना गया है और अगर पति पत्नी में विवाद
होता है तो पति का ही कॉन्ट्रैक्ट माना जायेगा इस ड्राफ्ट में शादी की उम्र 18 से
घटा कर 9 साल करने का प्रस्ताव भी है यही वजह है की इस कानून का इराक में जमकर
विरोध हो रहा है अब ये कानून पास होता है या नहीं इस पर सारी दुनिया की निगाहे लगी
हुयी है |