Hassan Nasrallah Story: इजरायल का सबसे बड़ा दुश्मन हसन नसरल्लाह की कहानी

Hassan Nasrallah Story: इजरायल का सबसे बड़ा दुश्मन हसन नसरल्लाह  की कहानी

 Story Of Hassan Nasrallah

आज हम जानेगें दुनिया के सबसे बड़े आतंकी संगठन हिजबुल्लाह (Hezbllah) के बारे में जिसको दुनिया का सबसे बड़ा आतंकी संगठन माना जाता हिजबुल्लाह हथियारों के जखीरे के मामले दुनिया का सबसे बड़ा आतंकी संगठन है 27 सितंबर को इजरायल ने हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरुल्लाह (Hssan Nasrallah) को हवाई हमले में ढेर कर दिया इजरायल को नसरुल्लाह की तलास एक दशक से भी ज्यादा समय से थी नसरुल्लाह हर बार इसरायल की ख़ुफ़िया एजेंसी को चकमा देके बच जाता था लेकिन 27 सितंबर 2024 को ऐसा नही हो पाया  इजरायल की ख़ुफ़िया एजेंसी मोसाद की सटीक जानकारी पर इजरायल डिफेन्स फ़ोर्स (IDF) ने बेरूत में जिस सात मंजिला इमारत में जमीन के 20 फिट नीचे बंकर में नसरुल्लाह छुपा था उस इमारत को इजरायल एयरफोर्स ने बंकर बस्टर बम गिरा के पूरी इमारत को जमीदोज कर दिया हिजबुल्लाह ने नसरुल्लाह के मारे जाने की खबर का खुलासा शनिवार को किया |

सूत्रों की माने तो 27 सितंबर को हुए इस भीषण हमले में हसन नसरुल्लाह की बेटी सहित 30 और लोग भी मारे गये है 27 सितंबर को जब इजरायल डिफेन्स फोर्स ने ये हमला किया उस वक्त इजरायल के प्रधानमंत्री अमेरिका में थे हमले का ऑर्डर इजरायल के प्रधानमंत्री ने अमेरिका से ही दिया था इस भीषण हमले से पूरे स्लामिक देशों में अफरातफरी का माहौल है |

आईये जानते है हिजबुल्लाह (Hezbollah) के जन्म की कहानी :

1975 में लेबनान में भीषण गृह युद्ध चल रहा था जो की करीब दो दसक तक चला ईरान ने 1982 में लेबनान में एक आतंकी संगठन की स्थापना की जिसका नाम रखा हिजबुल्लाह (Hezbollah) ईरान ने अपने स्वार्थ के लिए सिर्फ हिजबुल्लाह संगठन बनाया उसका मकसद था स्लामिक क्रांति को आंगे ले जाना और 1982 में लेबनान पर हुए इजरायली हमले का बदला लेना ईरान ने हिजबुल्लाह का गठन करके उसको आधुनिक हथियारों से लैस कर दिया और हर तरीके से आर्थिक मदद करने लगा हिजबुल्लाह इतना ताकतवर संगठन हो गया था की उसने लेबनान सरकार को ही अपने कंट्रोल में कर लिया हिजबुल्लाह एक शिया संगठन है जो ईरान के इशारों पर चलता है हिजबुल्लाह की विचारधारा को देख अमेरिका समेत कई पश्चिमी देशों ने हिजबुल्लाह को आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया सूत्रों की माने तो हमास को खड़ा करने में भी ईरान का हाथ है |

अब जान लेते है लेबनान में गृह युद्ध छिड़ने की वजह :

शायद कम ही लोगों को पता होगा की लेबनान में गृह युद्ध क्यों छिड़ा और 15 सालों तक चले गृह युद्ध में हजारों लोगों की जान गयी इसकी वजह थी बड़ी संख्या में सशस्त्र फिलिस्तीनियों का लेबनान में आना लेबनान को भी बड़ा शौक था भाई चारा निभाने का फिलिस्तीनियों के आने के बाद लेबनान में लोगों का गुस्सा बढने लगा एक समय ऐसा आया की लेबनानी धार्मिक संगठनों का गुस्सा अपनी ही सरकार के प्रति फूट पड़ा जिसकी मुख्य वजह ये थी की  फिलिस्तीनी शरणार्थियों के आने के बाद सुन्नी आबादी बढने लगी थी |

सबसे गौर करने वाली बात ये है की लेबनान मुस्लिम आबादी वाला देश है लेकिन उस वक्त ईसाईयों की पार्टी लेबनान पर हुकूमत कर रही थी जिसने शिया मुस्लिमों दरकिनार करके सुन्नी मुसलमानों को आंगे बढानें का काम किया |

बस इसी बात को लेकर लेबनान में गृह युद्ध छिड़ गया इस आन्तरिक कलह का फायदा उठाते हुए इजरायल ने 1978 और फिर उसके बाद 1982 में दक्षिणी लेबनान पर हमला बोल दिया हमले का मकसद था लेबनान में रह रहे फिलिस्तीनी आतंकवादी लगातार छुप कर लेबनान से इजरायल पर हमला कर रहे थे |

1979 में ईरान में शिया कट्टरपंथी सरकार सत्ता में आई :

1979 को ईरान में सत्ता परिवर्तन होते ही ईरान के धार्मिक कट्टरपंथियों ने एक सुरक्षाबल का गठन किया जिसका नाम इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स  (IRGC) रखा गया इसका काम था ईरान में हो रहे विद्रोह को दबाना था |

IRGC ने हिजबुल्लाह (Hezbollah) का किया गठन :

हिजबुल्लाह (Hezbollah) का गठन ईरान की फ़ोर्स इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने किया हिजबुल्लाह का मुखिया अब्बास अल मुसावी को बनाया गया ईरान का उद्देश्य इजरायल को अस्थिर करना था इजरायल ये बात जान चुका था उसने हिजबुल्लाह चीफ को एक हमले में मरवा दिया उसके बाद 1992 में हिजबुल्लाह(Hezbollah) का मुखिया नसरुल्लाह को बनाया गया जो को हिजबुल्लाह का संस्थापक सदस्यों में से एक था |

लेबनान ने फिलिस्तीनी नागरिकों को बेचारा समझा था और उन्हें अपने यहा सरण दी थी उन्ही बेचारों ने दक्षिणी लेबनान पर कब्ज़ा कर लिया जो की सिया बहुल क्षेत्र था हिजबुल्लाह ने लेबनान की राजनीत में भी दखल देना शुरू कर दिया जिसके विरोध में लेबनानी जनता सड़क पर भी उतरी लेकिन हिजबुल्लाह ने ईरान की मदद से उस विद्रोह को दबा दिया ये पूरी दुनिया से छुपा नहीं है की ईरान हिजबुल्लाह को आर्थिक और सैन्य संसाधन उपलब्द करवाता है |

हिजबुल्लाह (Hezbollah) ने 1992 में बनायी पार्टी :

हिजबुल्लाह ने लेबनान की राजनीत को अपने कंट्रोल में लेने के लिए चुनाव भी लड़ा जिसमे हिजबुल्लाह के आठ सांसद चुने गये और लेबनानी सरकार में कई बड़े पदों पर बैठ गये उसके बाद 2022 को हुए चुनाव में हिजबुल्लाह के सहयोगियों ने अपना बहुमत खो दिया लेकिन हिजबुल्लाह ने अपनी 13 सीटें बरक़रार रखी हलाकि हिजबुल्लाह ने लेबनान सरकार में अपनी बहुमत खो दी |

लेबनान में गृह युद्द कैसे समाप्त हुआ :

लेबनान में गृह युद्ध को समाप्त करवाने में सऊदी अरब की  भूमिका बहुत अहम रही 1989 में ताइफ समजौते के तहत लेबनान में गृह युद्ध की समाप्ति हुयी जिसमे सीरिया ने भी बहुत बड़ी भूमिका निभायी |

हिजबुल्लाह दुनिया का ऐसा एकमात्र ऐसा संगठन है जिसे हथियार रखने की संगठन है जिसे हथियार रखने की अनुमति है अमेरिका सहित कई देशों ने हिजबुल्लाह को आतंकी संगठन घोषित कर रखा है एक रिपोर्ट के मुताबिक हिबुल्लाह के पास कई छोटे बड़े हथियार है हिजबुल्लाह के पास कई देशों की तुलना में भी सबसे बड़ा हथियारों का जखीरा है |

2019 को हिजबुल्लाह(Hezbollah) का हुआ जमकर विरोध :

2019 को लेबनानी नागरिकों का हिजबुल्लाह के प्रति गुस्सा फूट पड़ा और लोग सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करने लगे इसकी वजह थी लेबनान की आर्थिक तंगी और भूखमरी COVID महामारी में भी लेबनानी नागरिकों का विरोध प्रदर्शन जारी रहा जिसमे कई शिया नेता भी सामिल थे जिन्होंने हिजबुल्लाह का खुलकर विरोध किया |

2020 को अंतर्राष्ट्रीय न्यायलय में चला मुकदमा :

हिजबुल्लाह को 2020 को सबसे अधिक विरोध का सामना करना पड़ा क्योकि अंतर्राष्ट्रीय न्यायलय हिजबुल्लाह के कमांडर सलीम जमील अय्यास को 2005 लेबनान के पूर्व प्रधानमंत्री रफीक हरीरी की हत्या का दोषी पाया अंतर्राष्ट्रीय न्यायलय कोर्ट ने सभी को हाज़िर होने को कहा लेकिन हिजबुल्लाह ने समपर्ण करने से मना कर दिया |

हिजबुल्लाह (Hejbollah) इजरायल को मानता है अपना सबसे बड़ा दुश्मन :

हिजबुल्लाह इजरायल को अपना सबसे बड़ा दुश्मन मानता है इस दुश्मनी की शुरुआत 1978 में तब हुयी जब इजरायल ने दक्षिणी लेबनान पर हमला करके उसे अपने कब्जे में ले लिया दक्षिणी लेबनान पर हमला करने की मुख्य वजह ये भी थी की हिजबुल्लाह विदेशों में रह रहे यहूदी नागरिकों को अपना निशाना बना रहा रहा था 1994 में हिजबुल्ला ने अर्जेंटीना में एक यहूदी समाहरोह में बम्ब विस्फोट किया जिसमे 100 से ज्यादा यहूदी मारे गये उसके बाद हिजबुल्लाह ने लंदन में इजरायली दूतावास पे हमला किया हलाकि 2000 में इजरायली सेना लेबनान से वापस आ गयी लेकिन 2006 को हिजबुल्लाह ने इजरायल पर कई हमले किये जिसके जवाब में इजरायल ने युद्ध छेंड दिया |

 

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