ISIS: कैसे मारा गया आतंकी सरगना अबू बकर अल बगदादी

ISIS: कैसे मारा गया आतंकी सरगना अबू बकर अल बगदादी

 

Slamic State Eraq And Syriya (ISIS) :

आज आपको इस लेख में बतायेंगे की मीडिल ईस्ट में आतंक का पर्याय रहे दुनिया के सबसे खूंखार आतंकवादी संगठन स्लामिक स्टेट इराक एंड सीरिया (ISIS) के मुखिया अबू बकर अल बगदादी के मौत की पूरी कहानी |

आईएसआईएस (ISIS) संगठन की क्रूरता लगातार बढती जा रही थी और लाखों लोग सीरिया छोड़ के यूरोपी देशों में सरण ले रहे थे बगदादी ने लाखों लोगों को मौत के घाट उतार दिया इसमे से सबसे ज्यादा यज़ीदी समुदाय के लोग थे जिन पर सबसे ज्यादा जुल्म हुए |

अमेरिका और सहयोगी देशों ने किया हमला (America Attack On Syriya):

अमेरिका को समझ में आ चुका था की बगदादी (Abu Bakar Al बगदादी) पूरी दुनिया के लिए संकट पैदा कर रहा है फिर यही से शुरू हुआ अमेरिका और उसके सहयोगी देशों का हवाई हमला ये पहली बार था की इसमे अमेरिका और रूस एक साथ युद्द लड़ रहे थे |

जुलाई 2014 को पहली बार दुनिया ने देखा बगदादी(Bagdadi) को :

ISIS आतंकी सरगना को दुनिया ने पहली बार तब देखा जब वह मूसल की एक मस्जिद में भाषण दे रहा था ये वर्ष था जुलाई 2014 कई समाचार पत्रों के अनुशार बगदादी 5 वर्षो से अपने खुफिया स्थान पे छुपा हुआ था वह अपने किसी भी कमांडर से नही मिलता था उसके कुछ खास और चुने हुए लोग ही थे जो बगदादी से सीधे संपर्क में रहते थे |

बगदादी की मौत से पहले ये जान लेते है की बगदादी था कौन ?

बगदादी (Bagdadi) का असली नाम इब्राहिम अल-ऊद अल-बदरी था उसका जन्म इराक के सामरा में एक गरीब सुन्नी परिवार में हुआ था बगदादी शुरू से ही कट्टरपंथी जमातों से जुड़ा रहा था उसने कुरआन की सभी आयतों को कंठस्थ कर लिया था  कई जगह जा कर भाषण देता था जिसमे की वह सरिया कानून और कई तरह के नफरती बयान देता था कुछ समय में ही वह इराक के युवओं में फेमस हो गया बगदादी ने स्लामिक स्टडीज में पीएचडी हासिल की थी बगदादी की दो पत्निया और 6 बच्चे थे वह मस्जिद में बच्चों को कट्टरपंथी होने की शिक्षा दिया करता था ये वर्ष था 2004 |

2003 अमेरिका ने इराक पर किया हमला :

अमेरिका ने 2003 में जब इराक पर हमला किया उस वक्त बगदादी जैश अह्ल अल-सुन्नाह वा अल-जमाह नामक संगठन से जुड़ा हुआ था

अमेरिकी सैनिकों ने बगदादी को किया गिरफ़्तार :

फरवरी 2004 को अमेरिकी सुरक्षाबलों ने बगदादी को गिरफ्तार कर लिया बगदादी 10 महीने तक अमेरिकी सेना की कैद में रहा बगदादी जब कैद में था तो वो कई आतंकवादियों के संपर्क में आया जिनकी सोच बगदादी से मिलती थी 10 महीने अमेरिकी फौज की कैद में रहने के बाद बगदादी को छोड़ दिया गया बगदादी जब कैद से बहार आया तो उसने सबसे पहले अलकायदा (Al-Kayda) से जुड़े लोगों से संपर्क करना शुरू किया बगदादी ओसामा बिन लादेन(Osama-Bin-Laden) से बहुत प्रभावित था |

आईये जानते अब जानते है बगदादी की मौत की कहानी :

स्लामिक स्टेट (IS) के आतंकी सरगना की मौत बहुत भयानक हुयी आखिरी पलों में वह अपने 3 लड़कों के साथ एक सुरंग में छुपा हुआ बैठा था सुरंग का दूसरा हिस्सा जो की तुर्की बॉर्डर में खुलता था उसको अमेरिकी फौजों ने पहले ही नष्ट कर दिया था बगदादी जहा छुपा था वह जगह सीरिया और तुर्की बॉर्डर से मिलती थी और बगदादी ने वही पे शरण ली हुयी थी बगदादी के मारे जाने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प में प्रेस कांफ्रेंस करके बताया ‘ अमेरिका ने सीरिया में बगदादी को पकड़ने के लिए एक आपरेशन चलाया जिसमे बगदादी ने खुद को आत्मघाती जैकेट से उडा लिया ट्रम्प ने ये भी बताया की कई वर्षो से हम आतंकी सरगना को खोज रहे थे इस आपरेशन में कई और आतंकी भी मारे गये ट्रंप ने कहा, 'आईएसआईएस (ISIS) आतंकी बग़दादी को ज़िंदा पकड़ना या मारना अमेरिकी  सरकार की पहली राष्ट्रीय सुरक्षा प्राथमिकता थी. अमरीकी सेना के विशेष बलों ने उत्तर पश्चिम सीरिया में रात में एक बहादुर और ख़तरनाक आपरेशन किया और शानदार कामयाबी हासिल की '|

donald trump


डीएनए (DNA) टेस्ट से हुयी पहचान :

बगदादी सुरंग में फस चुका था सुरंग का दूसरा हिस्सा अमेरिकी फौज ने नष्ट कर दिया था बगदादी अपने तीन बेटों के साथ सुरंग में इधर उधर भाग रहा था और लगातार रोये जा रहा था सुरंग के दुसरे मुहाने से अमेरिकी कमांडो लगातार आंगे बड़ रहे थे बगदादी ये जान चुका था की उसकी मौत निश्चित है बगदादी ने आत्मघाती जैकेट पहन रखी थी अमेरिका सुरक्षा बल जैसे ही नजदीक आने वाले थे उसने अपने तीन बेटों के साथ खुद को उड़ा लिया सुरंग के मांस के चीथड़े पड़े हुए थे बाद में डीएनए टेस्ट करवाया गया तब जाके बगदादी के मारे जाने की पुष्टि हुयी |

बगदादी के मारे जाने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा था वो एक दुर्दांत आतंकी था जिसने पूरी मानवता को डराने की हर कोशिश की लेकिन अपनी ज़िंदगी के आख़िरी लम्हों में वो ख़ुद बेहद डरा और घबराया हुआ था. अमरीकी सेना ने उसका पीछा किया और मौत के मुंह तक पहुंचाया

डोनाल्ड ट्रम्प ने सीरिया ,रूस और तुर्की को भी धन्यवाद कहा जिन्होंने इस युद्द में हिस्सा लिया तो ये थी Slamic State Eraq And Syriya आतंकी संगठन के क्रूर मुखिया अबू बकर अल बगदादी के मौत की कहानी जिसने इतने निर्दोष बच्चों और महिलओं को मारा जिस से पूरी मानवता आज भी शर्मशार है |

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