आज हम बात करेंगे दुनिया के सबसे क्रूर आतंकी
संघठन स्लामिक स्टेट इराक एंड सीरिया(Slamic State Iraq And Syriya) की और ये
जानेंगे की इस आतंकी संघठन का जन्म कैसे हुआ और इस मुस्लिम आतंकी संघठन ने कैसे
सीरिया में मुसलमानों का नरसंघार किया सरिया कानून लगाने के लिए इस आतंकी संगठन ने
न जाने कितने बच्चों और औरतों को बहुत ही बेरहमी से मार डाला |
ISIS : Slamic State Iraq And Syriya :
स्लामिक स्टेट इराक एंड सीरिया से पहले इस संघठन
का नाम स्लामिक स्टेट इराक था फिर इसने अपने संगठन का नाम बदल कर स्लामिक स्टेट
इराक एंड सीरिया कर लिया |
2006 में अबू अल बकर बगदादी ने IS संघठन का गठन किया :
अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने इराक की सत्ता
से सद्दाम हुसैन को उखाड़ फेका और वर्षों तक चली इस जंग में इराक के सारे शहर खंडहर
में तब्दील हो चुके थे भुखमरी पूरे चरम सीमा तक पहुच चुकी थी धीरे धीरे अमेरिकी
सेनाये इराक से वापस लौटने लगी तो वहा के छोटे छोटे ग्रुप इराक की सत्ता को हासिल
करने के लिए आपस में लड़ने लगे इन्ही गुटों में एक नाम उभर कर आया अबू बकर अल
बगदादी (Abu Bakar Al Bagdadi) जो की उस समय इराक अल कायदा (Al-Kayda) का मुखिया
था उसने 2006 में अमेरिका के इराक छोड़ते ही अपनी जमीन तैयार करने की सोची लेकिन
उसके पास पैसों और लड़ाकों की कमी थी |
2011 : इराक (IRAQ) से अमेरिकी सेनाये लौटी वापस :
2011 से अमेरिकी सेनाये इराक से वापस जा चुकी थी
लेकिन वापस जाने से पहले वहा की सरकार को पूरी तरह से तहस नहस कर दिया था पहले तो
अमेरिका और सहयोगी देशों ने नयी सरकार का गठन किया लेकिन वो ज्यादा दिन तक चल नही
पायी और अमेरिका ने इराक की सत्ता को खाली छोड़ दिया बगदादी के पास यही मौका था की
वो पूरे इराक पर कब्ज़ा कर ले बगदादी ने अपने संगठन का नाम अलकायदा से स्लामिक स्टेट
ऑफ़ इराक (Slamic State Of Eraq) रख लिया अब उसे जरुरत थी पैसों और लड़ाकों लेकिन उसे
कही से मदद होती दिख नहीं रही थी |
सद्दाम हुसैन (Saddam Hssain) और उसके सेना के कमांडरों से मिलाया हाथ :
बगदादी ने एक योजना के तहत सद्दाम हुसैन के खास
रहे इराकी फौज के कमांडरों से हाथ मिला लिया बगदादी ने वहा की पुलिस को भी अपने
साथ मिला लिया और कई ऐसे सैनिकों को भर्ती किया जो अमेरिका के खिलाफ युद्द में
हिस्सा ले चुके थे उसने कई जगह लड़ाकों की भर्ती के लिए दफ्तर खोले इसके बाद कई
हजार आतंकी इस संगठन में सामिल हो चुके थे लेकिन बगदादी इराक में जो हासिल करना
चाहता था उसे वहा वो हासिल नहीं हुआ |
बगदादी को जब इराक में सफलता नहीं मिली तो वह
मायूस हो गया फिर उसने सीरिया(Syriya) पर कब्जे का प्लान बनाया बगदादी ने अपने
संगठन का नाम स्लामिक स्टेट इराक (ISI) से बदल कर स्लामिक स्टेट इराक एंड सीरिया
रख दिया चार सालों तक लड़ने के बाद भी बगदादी को सीरिया में भी ज्यादा कुछ खास
सफलता नहीं मिली बगदादी ने जब सीरिया पर कब्जे का प्लान बनाया था तो उस वक्त
सीरिया में गृह युद्द चल रहा था सीरिया में दो गुट बने हुए थे एक तो अलकायदा था और
दूसरा फ्री सीरियन आर्मी थी जो वहा के राष्ट्रपति के खिलाफ मोर्चा खोले हुए थे |
2013 सीरिया(Syriya) के जर्नल ने दुनिया से की अपील :
2013 को सीरिआई जर्नल ने दुनिया से हथियार देने
की अपील की साथ ही ये भी बताया की अगर उनको हथियार नहीं मिले तो वो विद्रोही गुटों
से युद्द हार जायेंगे इस अपील का असर ये हुआ की अमेरिका सहित कई देशों ने फ्री
सीरियन आर्मी को हथियार और ट्रेनिंग देना शुरू कर दिया लेकिन बगदादी ने बड़ी चालाकी
से फ्री सीरियन आर्मी कई सैनिकों को अपने साथ मिला लिया और जो गोला बारूद व अन्य
घातक हथियार सीरिया भेजे गये थे वो सारे हथियार आईएसआईएस (ISIS) के हाथ लग चुके थे
|
आई एस(IS) को मजबूत करने का अमेरिका पर हुआ बड़ा खुलासा :
बगदादी के स्लामिक स्टेट (IS) को खड़ा करने में
अमेरिका का हाथ था ये खुलासा एडवर्ड स्नोडेन ने ईरानी अखबार तेहरान टाइम्स
को दिए अपने एक इंटरव्यू में किया था वर्ष
2014 को जुलाई महीने में दिए इंटरव्यू में एडवर्ड स्नोडेन बतया था की अमेरिका, ब्रिटेन और इजराइल
ने मिलकर बगदादी के संगठन को मजबूत करने का काम किया है उन्होंने और भी कई बड़े
खुलासे किये थे |
इजराइल ने बगदादी और उसके लड़कों को दी थी ट्रेनिंग :
एडवर्ड स्नोडेन एक बहुत
बड़ा खुलासा किया की एक साल तक बगदादी और उसके लड़ाकों को इजराइल ने खुद ट्रेनिंग दी
थी बगदादी को ट्रेनिंग देने का मकसद सिर्फ इतना था की इजराइल अपने दुश्मन देशों को
लडाई में उलझा के रखना चाहता था ताकि इजराइल सुरक्षित बना रहे एडवर्ड स्नोडेन ये भी
बताया की अमेरिका ने जानबूझ कर मिडिल ईस्ट के देशों पर बगदादी से हमला करवाया और
मिडिल ईस्ट के तमाम देशों में अशान्तिपूर्ण माहौल बना दिया मिडिल ईस्ट में अशांति
फ़ैलाने का अमेरिका का उद्देश्य सिर्फ इतना था की वह अपनी सेनाओं को वहा भेज सके
क्योंकि तेल के मामले में इराक,सीरिया,लीबिया सबसे ज्यादा धनी देश थे आईएसआईएस
(ISIS) को खड़ा करने में सऊदी अरब और तुर्की ने भी खूब मदद की बगदादी ने तेल के इस
खेल में खूब पैसे कमाये एक रिपोर्ट के मुताबिक तेल से आईएस(IS) की रोजाना की कमायी
25 से 30 करोड़ थी |
बगदादी की क्रूरता की
कहानी बतायेंगे अगले लेख में आप सभी पाठको को ये भी बतायेंगे की सीरिया में यज़ीदी
समुदाय का कैसे सामूहिक नरसंघार किया गया और सारे मुस्लिम देश चुपचाप देखते रहे तो
चलिये मिलते है अपने दूसरे लेख में तब तक के लिए नमस्कार |
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